Wednesday, August 7, 2013

मेरे उपन्यास !!!

दोस्तों , आप सभी को मेरे प्रणाम और नमस्कार .

काफी सालो से ये मन में बात थी कि मैं भी कोई उपन्यास लिखूं और एक उपन्यास लिखनाभी शुरू किया ,जिसका BACKGROUND इलाहाबाद विश्वविद्यालय था . लेकिन वही समय की कमी , एक ऐसे समय की कमी , जहाँ मैं अपना एकांत ढूंढ सकूँ . फिर कई बरसो बाद अब सोचा है कि एक उपन्यास लिखू.

तो दोस्तों धीरे धीरे लिखना शुरू किया है , बस हमेशा की तरह अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखे.

आपका
विजय

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